चलS सखी तोहके हम भारत घुमाईं, चलS सखी तोहके हम.......
(अमेरीका में नोकरी क रहल एगो भारतीय लइकी अपनी अमेरीकी सहेली से कहतिया)का कहतिया जी...सुनाई नाँ.....सुनीं......चलS सखी तोहके हम भारत घुमाईं,भारत घुमाईं तोहके भारत देखाईं,अपनी हम देसवा के दरसन कराईं,चलS...
View Articleकहवाँ बिला गइल हमार देशवा
आजु लोग किरकेट, टीबी में अझुराइलगरीब-गुरुबा सब महँगाई में पेराइलचोर, उचक्का, भस्टाचारी काटे मलवाकहवाँ बिला गइल हमार देशवा।भजन, अजान कहाँ केहू गावतागीता, कुरान अब काहाँ भावताचारू ओर छा गइल फिलिम...
View Articleजननी सुरछा जोजना
इ उपी हS भइया,जननी सुरछा जोजनाके चेक भुनावे खातिर,सरकारी जोजननके सफल बनावे खातिर,सठ बरसहिया कबूतरी काकीकी पेट में बबुनवा आ जाता,आधा पइसा कबूतरी काकी,आधा पइसा "ऊ"खा...
View Articleपानी पिअS छानि के अउर गुरु करिहS जानि के (गुरुपूरनिमा पर विसेस)?
सबके गुरु - प्रभु हनुमानगुरु के महत्ता जगजाहिर बा। गुरु सच्चा मार्गदर्सक होला। जवनेगां एगो माई अपनी बचवन के राह देखावेले, पालि-पोसी के समाज में जीए के ढंग सीखावेले, गरमी-बरसात से बचावे ले ओहींगा गुरु...
View Articleइ केइसन जुग-जबाना साधो!
1. इ केइसन जुग-जबाना साधो इ केइसन जुग-जबाना,दूसरे की बाबूजी के गोर छुआई बा,अपनी बाबूजी पर घोंघिआइल बा,इ केइसन जुग-जबाना साधो इ केइसन जुग-जबाना।फ्रेंडशिपडे के खूब बधाई बा,अपनी घरवे में हाथापाई बा,इ...
View Articleहमार देसवा हो हमार देसवा
माई, माईभाखा, माईदेस पर बा अभिमान, ए तिनू से ही बा हमार पहिचानहमार देसवा हो हमार देसवा,सोने के चिरइया हमार देसवा,दुनिया के सरताज हमार देसवा।ए ही देसवा के इहो दिन आइल बा,नेता-नुती, अगुआ-अधिकारी लूटले...
View Articleओही रे गउआँ में बसे मोर परनवा.......
नीबिया पर जहवाँ रहेली दुरुगा मइया,दुअरवा पर खुँटवा में बाँधल लउकेली गइया।माई-ईया के कहनियाँ सुन बड़ होने जहाँ बचवा,बयना में बँटाला जहाँ लड्डू, बतासा अउर खजवा।बरमबाबा, डिहबाबा, कालीमाई के जहाँ बा...
View Articleपाक के ‘नापाक’ हरकत अब ओ के ले डूबी
गलती पर गलती अउर उहो छमाजोग ना अछम्य गलती। आखिर पाकिस्तान चाहत का बा!काहें उ भारत की सहनसीलता के, धीरज के, उदारता के इंतिहान ले रहल बा। उहे भारत जवन अहिंसा के पुजारी ह, उहे भारत जवन बसुधैव कुटुंबकम के...
View ArticleआवS लवटि चलीं बचपन में
आवS लवटि चलीं बचपन में, खूब कूद-फाँद होई, गाँव-घर घुमाई,ओल्हा-पाती, आइस-पाइस, बेलबिछिया के खेलाई,घोड़-कबड्डी, चिक्का में गलगोदही के भरमारि करबि,बाति-बिना बाति के, झगड़ि के सात पुस्त के बखान करबि,फेनु...
View Articleआम जनता अउर डिजिटल इंडिया
चित्र- साभार-प्रभातखबर.काममाननीय परधानमनतरी श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा कई महीना पहिले ही डिजिटल इंडिया के नारा बुलंद हो गइल। गाँव-गाँव-सहर-सहर डिजिटल इंडिया के हवा बहे लागल। हमरो लागल की डिजिटल इंडिया...
View Articleई हमार माईभाखा ह, जवने में माई हमके पुचकरले बारी
माईभाखा में बोलेनी, दिल के राज खोलेनी,अंगरेजियो पर अगर उतर जाईं, सात कोस ले ठेलेनी।ग्यान होखे, बिग्यान होखे चाहें होखे धरम-राजनीति,पहिले माईभाखा के सनमान देहल ह हमार नीति।अंगरेज अगर कवनो मिल जाई,...
View Articleबदलल माई अब तोर गाँव
'किसुआ'बदलल माई अब तोर गाँव,पेड़-बगीचा सब कटि गइल,ना रहल पीपल के छाँव,बदलल माई अब तोर गाँव।कुआँ-तालाब सब पाटि गइल,टूटल नाँद अउर बथान,बदलल माई अब तोर गाँव।भूसा-भूसउल के खेल खतम,पुअरा किने अब किसान,बदलल...
View Articleरावन जरि गइल!
हर सालि दसहरा में रावन जरावल जाला पर इ केइसन रावन बा की जरि के भी ना जरे। एक दिन रातिखान सुतत समय हमरी दिमागे में इहे चलत रहे की रावन आ गइल। सपना में आइल की साँचों के आ गइल, पता नइखे पर रावन आइल। रावन...
View Articleअपनन से जूझत माईभाखा
पहिले, बहुत पहिले गाँव-घर में डेग-डेग पर आपन भाखा लउके। धीरे-धीरे विकास, सिछा के आंधी बहल अउर गाँव-जवार के लोग भी मान लेहल की आपन भाखा के तिरस्कार ही विकास ह, सिछा ह, अगर केहू आपन भाखा बोलता त उ निपटे...
View Articleदेस, समाज अउर सिछा के पुजारी रहलन रामजी सहाय
बहुत कुछ बा भोजपुरी में, भोजपुरिया समाज में जवने से हर भोजपुरिया के छाती तनि जाला, अपनी माटी पर, अपनी मान-सनमान पर, अपनी पुरखन-पुरनियन पर, अपनन पर बहुते-बहुत गर्व महसूस होला। भोजपुरिया माटी में,...
View Articleभोजपुरिया सौरगाथा – देवरिया के आजाद बाबू
ए ही में कहीं होइहें आजाद बाबूबहुत कुछ बा कहे, सुने के अपनी भाखा में। खाली अगर अपनी पुरखन-पुरनियन में से दसो-बीसो परसेंट के इयाद क लेहल जाव त कईगो मोटहन-मोटहन सौर-गाथा किताब तइयार हो जइहेंसन। हर छेत्र...
View Articleसंत सिरोमनी जोगीराज देवरहा बाबा
संत सिरोमनी जोगीराज देवरहा बाबा - सरजू किनारे मचान परदेवरहा बाबा के नाव सुनते सिर अपनी आपे सरधा-सनमान से झुकि जाला। देवरहा बाबा महान संत रहनीं। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिला त धनि बा काहें की बरमहर्सि...
View Articleहोली के मजा बा.....
पानी के किल्लत तोहरी इहां होई,हमरी इहां पंडोहा जिंदाबाद बा अबहिन,गोबरे, धूरी के कमी नइखे तनको,हगलहटी में लसारल आबाद बा अबहिन,टेक्टरे, पंपुसेटे के जरल मोबिलो खूब बा,पंडीजी के पकहवा इनार बा अबहिन,होली...
View Articleरामनम्मी
हिंदु धरम के अगर बात होई त भगवान राम की बिना इ पूरा ना हो सके। भगवान राम, भगवान हो के भी एगो एइसन महापुरुस की रूप में समाज के आइना हउअन की एगो अदना मनई भी उनकरी पगचिह्नन पर चलत भगवान में एकाकार हो...
View Articleपानी रे पानी.....
कहल जाला की जल ही जीवन ह। सही बात बा की सरीर बिना पानी के ना रहि सके। हर जीव-परानी के पानी चाहीं, चाहें उ कवनो रूप में होखो। पर आज के मानव, आज के समाज खाली अपने ले एतना केंद्रित हो गइल बा की ओकरा अउर...
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